मोहन भागवत का बयान: “संघ सरकार के फैसले नहीं लेता, केवल सलाह देता है”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए स्पष्ट किया कि संघ सरकार के फैसलों में प्रत्यक्ष भूमिका नहीं निभाता। उन्होंने कहा कि संघ का कार्य समाज निर्माण और राष्ट्र की सेवा है, जबकि सरकार अपने संवैधानिक दायित्वों के तहत स्वतंत्र रूप से निर्णय लेती है।
भागवत ने कहा कि RSS केवल मार्गदर्शन और सलाह देने का काम करता है, लेकिन अंतिम निर्णय लेने का अधिकार पूरी तरह सरकार के पास होता है। उन्होंने यह भी दोहराया कि संघ किसी भी राजनीतिक दल का संचालन नहीं करता और न ही सरकारी नीतियों को प्रत्यक्ष रूप से तय करता है।
समाज और राजनीति के बीच संघ की भूमिका
भागवत ने बताया कि संघ का कार्य मुख्य रूप से सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में है। संगठन का उद्देश्य समाज में जागरूकता, एकता और राष्ट्रभावना को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि राजनीति संघ का कार्यक्षेत्र नहीं है, लेकिन यदि समाजहित से जुड़े मुद्दों पर सरकार को सुझाव देने की आवश्यकता होती है, तो संघ वह जिम्मेदारी निभाता है।
भाजपा-सरकार से संबंधों पर स्पष्टीकरण
अक्सर RSS और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रिश्तों को लेकर सवाल उठते हैं। इस पर भागवत ने कहा कि भाजपा राजनीतिक मोर्चे पर कार्य करती है, जबकि संघ सामाजिक क्षेत्र में। दोनों का लक्ष्य राष्ट्र की सेवा और उत्थान है, लेकिन उनके कार्यक्षेत्र अलग हैं। उन्होंने कहा कि संघ भाजपा या किसी अन्य राजनीतिक दल को “कंट्रोल” नहीं करता।
मोहन भागवत का बयान: “संघ सरकार के फैसले नहीं लेता, केवल सलाह देता है”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए स्पष्ट किया कि संघ सरकार के फैसलों में प्रत्यक्ष भूमिका नहीं निभाता। उन्होंने कहा कि संघ का कार्य समाज निर्माण और राष्ट्र की सेवा है, जबकि सरकार अपने संवैधानिक दायित्वों के तहत स्वतंत्र रूप से निर्णय लेती है।
भागवत ने कहा कि RSS केवल मार्गदर्शन और सलाह देने का काम करता है, लेकिन अंतिम निर्णय लेने का अधिकार पूरी तरह सरकार के पास होता है। उन्होंने यह भी दोहराया कि संघ किसी भी राजनीतिक दल का संचालन नहीं करता और न ही सरकारी नीतियों को प्रत्यक्ष रूप से तय करता है।
समाज और राजनीति के बीच संघ की भूमिका
भागवत ने बताया कि संघ का कार्य मुख्य रूप से सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में है। संगठन का उद्देश्य समाज में जागरूकता, एकता और राष्ट्रभावना को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि राजनीति संघ का कार्यक्षेत्र नहीं है, लेकिन यदि समाजहित से जुड़े मुद्दों पर सरकार को सुझाव देने की आवश्यकता होती है, तो संघ वह जिम्मेदारी निभाता है।
भाजपा-सरकार से संबंधों पर स्पष्टीकरण
अक्सर RSS और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रिश्तों को लेकर सवाल उठते हैं। इस पर भागवत ने कहा कि भाजपा राजनीतिक मोर्चे पर कार्य करती है, जबकि संघ सामाजिक क्षेत्र में। दोनों का लक्ष्य राष्ट्र की सेवा और उत्थान है, लेकिन उनके कार्यक्षेत्र अलग हैं। उन्होंने कहा कि संघ भाजपा या किसी अन्य राजनीतिक दल को “कंट्रोल” नहीं करता।