मुंबई : गणेशोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण लालबाग का राजा इस साल भी श्रद्धालुओं के लिए खुले दरवाज़े लेकर आया है। लेकिन भीड़ और श्रद्धा के बीच भेदभाव और अव्यवस्था की तस्वीरें सामने आ रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, मंडल के कार्यकर्ता वीवीआईपी और सेलेब्रिटी श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतज़ाम कर रहे हैं। वीआईपी और वीवीआईपी मेहमान घंटों तक बप्पा के सामने रुककर सेल्फी लेते हैं, वहीं दूसरी तरफ आम भक्तों को धक्का देकर कुछ ही सेकंड में हटा दिया जाता है।
मध्यवर्गीय श्रद्धालु इसे अपनी बेइज़्ज़ती और आस्था का अपमान मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि बप्पा के दो पैर हैं – एक अमीर के लिए और दूसरा गरीब के लिए – लेकिन बीच में फंसा मध्यवर्ग हर साल अपमान झेल रहा है।
कई मौकों पर देखा गया कि कतार में घंटों खड़े रहने वाले आम लोगों के दर्शन अचानक रोक दिए जाते हैं ताकि किसी वीआईपी का स्वागत किया जा सके। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें मंडल के कार्यकर्ता पुलिस से बदसलूकी करते नज़र आ रहे हैं।
धार्मिक आयोजन से ज़्यादा यह पब्लिसिटी का खेल और लोकप्रियता की होड़ बनता जा रहा है। हर साल इसी कारण से विवाद बढ़ते जा रहे हैं।
भक्तों की एकजुट मांग है कि लालबाग का राजा हर भक्त के लिए समान होना चाहिए, चाहे वह अमीर हो या गरीब।