नेपाल में हाल के दिनों में अशांति तेज़ होती जा रही है। देशभर में युवा भ्रष्टाचार और कुप्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। काठमांडू सहित कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि नेताओं ने वर्षों से जनता के भरोसे का दुरुपयोग किया है और राजनीतिक अस्थिरता के चलते आम नागरिकों की समस्याएँ लगातार बढ़ रही हैं।
युवाओं का कहना है कि सरकार रोजगार, शिक्षा और विकास जैसे बुनियादी मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय सत्ता संघर्ष में उलझी हुई है। इसी कारण भ्रष्टाचार और कुप्रशासन बढ़ा है, जिसका खामियाज़ा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी खबरें सामने आई हैं। सरकार ने शांति बनाए रखने की अपील की है, लेकिन लगातार बढ़ते प्रदर्शनों से राजनीतिक दबाव गहराता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार ने जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए तो यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है।