शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात चर्चा का विषय रही। इस दौरान पीएम मोदी ने जिनपिंग को भारत आने का निमंत्रण दिया और दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को और मजबूत करने की बात कही।
मोदी ने खास तौर पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चीन से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद आज पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इसे जड़ से खत्म करने के लिए पड़ोसी देशों का सहयोग बेहद जरूरी है।
इस बैठक की एक और बड़ी खासियत रही कि प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी एक ही मंच पर दिखाई दिए। भले ही दोनों नेताओं के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई, लेकिन एक साथ मंच साझा करने को लेकर कूटनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी-जिनपिंग मुलाकात से दोनों देशों के रिश्तों में सकारात्मक संकेत मिल सकते हैं, वहीं पाकिस्तान की मौजूदगी इस पूरे घटनाक्रम को और संवेदनशील बनाती है।