पंजाब में 37 साल बाद भीषण बाढ़: फसलें डूबीं, गांव और जवान फंसे
पंजाब इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में है। बताया जा रहा है कि राज्य में पिछले 37 सालों में यह सबसे बड़ी बाढ़ है, जिसने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार भारी बारिश और नदियों के उफान ने कई जिलों में तबाही मचा दी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब डेढ़ लाख एकड़ में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, लगभग 150 गांव पानी में डूबकर बाहरी दुनिया से कट गए हैं, जिससे हजारों लोगों के सामने भोजन और सुरक्षित ठिकाने की समस्या खड़ी हो गई है।
चिंताजनक बात यह है कि राहत और बचाव कार्य में जुटे लगभग 360 जवान भी बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंस गए हैं। प्रशासन और एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई हैं और सेना की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं।
सरकारी अधिकारियों ने स्थिति को "बेहद गंभीर" बताया है। प्रभावित इलाकों में राहत शिविर लगाए गए हैं और लोगों तक आवश्यक मदद पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
यह बाढ़ एक बार फिर से पंजाब में बदलते मौसम और बाढ़ नियंत्रण तंत्र की चुनौतियों की ओर इशारा करती है।